कोई हममें है अजनबी जैसा
देता रहता है रोशनी जैसा
तेरे लब हिलते हैं तो झरता है
कुछ तो नमकीन चाशनी जैसा
दोस्ती उसकी दुश्मनी जैसी
पर है अंदाज दोस्ती जैसा
देता रहता है रोशनी जैसा
तेरे लब हिलते हैं तो झरता है
कुछ तो नमकीन चाशनी जैसा
दोस्ती उसकी दुश्मनी जैसी
पर है अंदाज दोस्ती जैसा
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